बुधवार, 13 जनवरी 2021

लाइट हाउस तकनीकी से लखनऊ के अवध विहार में बनेंगे 1040 फ्लैट, मार्च में आएंगे आवेदन, कीमत सिर्फ 4 लाख रुपये

  


लखनऊ : अगर आपकी महीने की आमदनी 25 हजार रुपये प्रतिमाह से कम है तो आपके लिए अच्छी खबर है।नए साल के पहले दिन ही भारत सरकार ऐसे सभी लोगों के लिए कम कीमत में आवास की नई योजना शुरू की है। इनमें बनने वाले फ्लैट की कीमत 12.59 लाख रुपये होगी, लेकिन सरकार आपको सिर्फ 4.75 लाख रुपये में यह फ्लैट देगी। फ्लैट की कीमत भी आवंटन के बाद देनी होगी। यह आवास देश के छह राज्यों में लाइट हाउस तकनीकी से बनाए जाएंगे। यह बहुमंजिला इमारत के रूप में होंगे। 

दरअसल सरकार की मंशा बड़े शहरों में किराये के घरों में रह रहे लोगों को मकान मुहैया करवाने की है। लाइट हाउस तकनीकी से बहुमंजिला इमारत बनाने के लिए जिन छह राज्यों का चयन किया गया है। इसमें मध्यप्रदेश तमिलनाडू, गुजरात , झारखंड , त्रिपुरा और उत्तर प्रदेश शामिल हैं।  बता दें कि कुल चौदह राज्यों ने लाइट हाउस बनाने का प्रस्ताव दिया था, जिसमे छह राज्य का चयन किया गया था।  इसमें उत्तर प्रदेश का लखनऊ शहर चयनित हुआ है। यह बहुमंजिली इमारत  सुलतानपुर रोड पर अवध विहार में  बनेगी। इसमें 13 फ्लोर होंगे।  

 यह है योजना : लखनऊ के अवध विहार सेक्टर-पांच में भूखंड संख्या जी-एच -4 की दो हेक्टेयर भूमि पर इसका निर्माण होगा। यहां पर आवास विकास परिषद की तरफ से पहले से ही सड़क, सीवर, जलापूर्ति और बिजली की व्यवस्था है। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत यह लाइट हाउस बनाए जाएंगे।

योजना के तहत कुल 1040 फ्लैट का निर्माण किया जाएगा। फ्लैट का एरिया 34.50 वर्ग मीटर होगा। इसमें केंद्र और राज्य सरकार अंश 7.84 लाख रुपये होगा। लाभार्थी को 4,75,654 रुपये ही देने होंगे। यह राशि लाभार्थी से आवंटन के बाद ली जाएगी और बैंक से लोन दिलवाने की भी योजना है। योजना के लिए रजिस्ट्रेशन दो माह में शुरू होंगे। आवेदन पूरी तरह से ऑनलाइन होगा। अधिक लाभार्थी आने पर चयन लॉटरी के माध्यम से होगा। लखनऊ में इन फ्लैट का निर्माण कार्य मेसर्स सस्टेनेबल हाउसिंग एलएलपी को करना है। तीन महीने में अनापत्तियां और क्लीयरेंस लेकर अधिकतम 12 माह में इसका निर्माण पूरा किया जाना है।

क्या है लाइट हाउस तकनीकी : इस तकनीकी में घर को बनाने की बजाय असमेंबल किया जाता है। इस दौरान पिलर, बीम आदि को दूसरे स्थान पर ढाला जाता है। और फिर जहां पर मकान बनना है वहां पर लाकर उसे असमेंबल कर दिया जाता है। बिल्कुल वैसे ही जैसे कम्प्यूटर को असमेंबल किया जाता है। यही वजह है कि यह घर पारंपरिक तरीके से बनने वाले घरों की तुलना में जल्दी बनते हैं और खर्च भी कम बैठता है। लखनऊ में इस तकनीकी से बनाई जाने वाली इमारत को 12 महीने में बनाकर तैयार किया जाने का लक्ष्य रखा गया है।

ये लाभार्थी होंगे पात्र :सालाना आय तीन लाख होनी चाहिए। नगर निगम सीमा का निवासी होना चाहिए। कोई अपना आवास नहीं होना चाहिए, इसका शपथ पत्र देना होगा। इन शहरों में बनेंगे लाइट हाउस। मध्यप्रदेश में इंदौर, तमिलनाडू में चेन्नई, गुजरात में राजकोट, झारखंड में रांची, त्रिपुरा में अगरतला, उत्तर प्रदेश में लखनऊ। कुल चौदह राज्यों ने लाइट हाउस बनाने का प्रस्ताव दिया था, जिसमे छह राज्य का चयन किया गया था।

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