प्रॉपर्टी टर्मिनल : होम लोन के लिए ब्याज दर 7 फीसदी के नीचे आ गई हैं। साल 2004 के बाद ऐसा मौका आया है, जब हाउस लोन की ब्याज दर इतनी कम हुई है। बैंक इस समय होम लोन पर जो ब्याज दर ऑफर कर रहे हैं, उसमें भी दो तरह की ब्याज दरें हैं। एक फिक्स दर है दूसरी फ्लोटिंग दर है। फ्लोटिंग दर में जब भी ब्याज दरें घटेंगी या बढ़ेंगी आपके लोन पर इसका असर दिखेगा, जबकि फिक्स दरों में वह उसी स्तर पर रहेंगी। बैंकिंग जानकारों का कहना है कि यह लोगों की प्रोफाइल पर निर्भर करता है कि वे किस तरह की दर पर कर्ज लेना चाहते हैं।
सस्ते होम लोन की बहार
कोटक महिंद्रा बैंक सबसे सस्ता होम लोन मिल रहा है। SBI ने भी होम लोन सस्ता किया है। ज्यादातर बैंकों के होम लोन 7 फीसदी के नीचे है। अच्छे CIBIL स्कोर वाले ग्राहकों को फायदा हो रहा है। ज्यादातर बैंकों की स्कीम 31 मार्च तक है।
कोटक महिंद्रा बैंक का होम लोन
कोटक महिंद्रा बैंक 6.65 फीसदी पर होम लोन दे रहा है। ये ऑफर 31 मार्च तक के लिए है। ये नए पुराने सभी लोन पर लागू होगा। इसमें सैलरीड और बिजनेस दोनों ग्राहक शामिल हैं।
SBI का होम लोन
SBI 75 लाख तक लोन के लिए 6.70 फीसदी ब्याज ले रहा है। 75 लाख से ज्यादा के लिए 6.75 फीसदी ब्याज देना होगा। SBI की स्कीम 31 मार्च तक चलेगी। इसमें अच्छे CIBIL स्कोर पर प्राथमिकता मिलेगी। बैंक ने प्रोसेसिंग फीस माफ की है।
इस समय होम लोन सेल लगी है जिसमें कोटक महिंद्रा बैंक 6.65 फीसदी पर, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया 6.70 फीसदी पर, एक्सिस बैंक 6.75 फीसदी पर. HDFC 6.80 फीसदी पर, ICICI बैंक 6.80 फीसदी पर, बैंक ऑफ बड़ौदा 6.85 फीसदी पर और LIC हाउसिंग फाइनेंस 6.90 फीसदी पर होम लोन दे रहा है। जानकारों का कहना है कि ये घर खरीदने का सही वक्त है। होम लोन की दरें सस्ती हैं। बिल्डर के अच्छे ऑफर्स भी मिल रहे हैं। स्टांप ड्यूटी में कटौती भी की गई है।
होम लोन लेते समय इन बातों का रखें खयाल
आमतौर पर कोई बैंक या कर्ज देने वाली कंपनी यह देखती है आप मासिक आमदनी का 50 फीसदी होम लोन की किस्त के रूप में दे पाएंगे या नहीं। होम लोन की अवधि और ब्याज दर पर भी लोन अमाउंट निर्भर करता है। इसके अलावा बैंक होम लोन के लिए उम्र की ऊपरी सीमा भी तय करके चलते हैं।
आपको बता दें कि किसी मकान या फ्लैट की कीमत का 10 -20 फीसदी तक डाउन पेमेंट करना पड़ता है। यह आपका अपना योगदान होता है। इसके बाद प्रॉपर्टी की वैल्यू का 80-90 फीसदी तक लोन मिल जाता है। इसमें रजिस्ट्रेशन, ट्रांसफर और स्टांप ड्यूटी जैसे चार्ज भी शामिल होते हैं। अगर कर्ज देने वाली इकाई आपको ज्यादा रकम होम लोन के रूप में अप्रूव कर दे तब भी जरुरी नहीं कि आप सारी रकम लोन के रूप में ले लें। प्रॉपर्टी खरीदते वक्त आपको अधिक से अधिक डाउन पेमेंट करना चाहिए जिससे लोन का बोझ कम से कम रहे। होम लोन पर कर्ज देने वाला बैंक लंबी अवधि में आपसे काफी ब्याज वसूलता है, इसका ध्यान रखें।
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