बुधवार, 3 मार्च 2021

घर बनवा रहे हैं तो इन 6 तरीकाें को अपनाकर बचा सकते है 15 फीसदी तक खर्च (If you are building a house, you can save up to 15 percent by adopting these 6 methods)

 

प्रॉपर्टी टर्मिनल : यह बिल्‍कुल सही है कि प्‍लॉट खरीदना आसान है, लेकिन, इस पर घर बनवाना सरल नहीं है।  सबसे बड़ी चुनौती लागत को कंट्रोल करने की है।  छोटी-छोटी चीजें सही तरीके से करके कंस्‍ट्रक्‍शन कॉस्‍ट में 12-15 फीसदी की बचत की जा सकती है या फिर कॉरपेट एरिया को 15 फीसदी तक बढ़ाया जा सकता है। 

आइए, जानते हैं  इन तरीकों के बारे में

1.सही प्‍लॉट खरीदें

आपको ऐसा प्‍लॉट लेने की कोशिश करनी चाहिए जो समतल और सड़क के लेवल पर हो। अगर प्‍लॉट ऊबड़-खाबड़ या पथरीला है तो इसमें एक्‍स्‍ट्रा कॉस्‍ट लगेगी।  प्‍लॉट को समतल कराने में अतिरिक्‍त मटीरियल खर्च होगा जो इसकी लागत बढ़ा सकता है। 

2.अच्‍छा आर्किटेक्‍ट और ठेकेदार लें

यह सही है कि अच्‍छे आर्किटेक्‍ट की सेवाएं लेने में पैसा खर्च होता है। लेकिन, कंस्‍ट्रक्‍शन कॉस्‍ट में आपको काफी बचत होती है। जानकाराें के अनुसार, अच्‍छे आर्किटेक्‍ट उपलब्‍ध जगह का ज्‍यादा से ज्‍यादा इस्‍तेमाल कर सकते है। इससे कॉस्‍ट में बचत होती है। साथ ही हमें एक अच्छा ठेकेदार या कॉन्‍ट्रैक्‍टर लेना चाहिए। कॉन्‍ट्रैक्‍टर अमूमन कंस्‍ट्रक्‍शन कॉस्‍ट का करीब 10 फीसदी चार्ज करते हैं। क्‍या कंस्‍ट्रक्‍शन की जिम्‍मेदारी खुद लेकर आपको यह खर्च बचाना चाहिए? अगर समय है तो आप ऐसा कर सकते हैं. हालांकि, याद रखें कि पूरा 10 फीसदी नहीं बचाया जा सकता है क्‍योंकि आपको मजबूरन सब-कॉन्‍ट्रैक्‍टर रखना पड़ेगा. अगर आप खुद यह काम करने की योजना बना रहे हैं तो डिजाइन को सिंपल रखें। 

3.स्‍टैंडर्ड डिजाइन के साथ जाएं

आपके दिल में किसी बहुत खूबसूरत घर का ख्‍याल हो सकता है।  लेकिन, इसे बनवाने में खर्च भी ज्‍यादा आएगा। अच्‍छा होगा कि आप आमतौर पर इस्‍तेमाल होने वाले ग्रिड स्‍ट्रक्‍चर के साथ जुड़े रहें। यह मजबूत होता है और वजन उठा पाता है। चमक-धमक वाले स्‍ट्रक्‍चर आंखों को अच्‍छा दिख सकते हैं। लेकिन, इसमें मजबूती कम हो सकती ह

4. बड़े पैमाने पर स्‍थानीय खरीदारी करें

घर बनाने की लागत घटाने का सबसे अच्‍छा तरीका यह है कि कच्‍चे माल की खरीद स्‍थानीय स्‍तर पर की जाए. फिर चाहे वह सीमेंट, ईंट हों या दरवाजे, पल्‍ले और खिड़कियां. बल्‍क में खरीदने पर कॉस्‍ट तो बचती है। लेकिन, यह देख लेना चाहिए कि इन्‍हें स्‍टोर करने का पर्याप्‍त इंतजाम हो। 

5.लेटेस्‍ट टेक्‍नोलॉजी का इस्‍तेमाल करें

इंडस्ट्रियल कंस्‍ट्रक्‍शन में लोकप्रिय प्री-इंजीनियर्ड बिल्डिंग्‍स (पीईबी) का कॉन्‍सेप्‍ट धीरे-धीरे रेजिडेंशियल कंस्‍ट्रक्‍शन में भी इस्तेमाल किया जा रहा है। आसान शब्‍दों में कहें तो पीईबी बने-बनाए आयरन स्‍टील स्‍ट्रक्‍चर होते हैं। ये न केवल कॉस्‍ट घटाते हैं बल्कि कंस्‍ट्रक्‍शन के काम को भी रफ्तार देते हैं.

6.घर की उम्र से जुड़ी लागत का ध्‍यान रखें

कम लागत में घर बनाने का मतलब यह नहीं कि उसकी क्‍वालिटी के साथ समझौता किया जाए। घर बनवाने में सिर्फ शुरुआती कॉस्‍ट का ही नहीं, बल्कि पूरी जिंदगी इस पर आने वाले खर्च को ध्‍यान में रखने की जरूरत है. यह अमूमन करीब 30-50 साल होती है। आर्किटेक्‍ट की मदद से ऐसा मटीरियल चुनें जो लंबे समय तक चले। साथ ही वह बहुत महंगा नहीं हो। यह आपको भविष्‍य में रिपेयर या रिप्‍लेसमेंट कॉस्‍ट घटाने में मदद करेगा।

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