पूजा-अर्चना हो या फिर बरातियों का स्वागत करना हो सभी में पान के पत्ते का इस्तेमाल किया जाता है। पान खाना पाचन क्रिया के लिए फायदेमंद है। ये सैलिवरी ग्लैंड को सक्रिय करके लार बनाने का काम करता है, जोकि खाने को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ने का काम करता है। कब्ज की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए भी पान की पत्ती चबाना फायदेमंद है। गैस्ट्रिक अल्सर को ठीक करने में भी पान काफी फायदेमंद है। पान की पत्ती खाने में थोड़ी कसैली होती है, लेकिन इसे खाने वाले इसमें सुपारी, कत्था, चूना और दूसरी कई चीजें मिलाकर खाते हैं। आमतौर पर लोग इसे गलत आदत मानते हैं, लेकिन हर चीज की तरह इसके भी कुछ फायदे हैं। पान खाने वालों को हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि पान खाने के बाद कूड़ेदान का ही इस्तेमाल करें न कि किसी दीवार और सड़क का।
पान खाने के यह भी हैं फायदे
1. मुंह के स्वास्थ्य के लिए
पान के पत्ते में कई ऐसे तत्व होते हैं, जो बैक्टीरिया के प्रभाव को कम करने में सहायक होते हैं। जिन लोगों के मुंह से दुर्गंध आ रही हो उनके लिए पान फायदेमंद होता है। पान खाने वालों के लार में एस्कॉर्बिक एसिड का स्तर भी सामान्य बना रहता है, जिससे मुंह संबंधी कई बीमारियां होने का खतरा कम हो जाता है।
2. मसूड़ों में सूजन या गांठ आ जाने पर
मसूड़े में गांठ या फिर सूजन हो जाने पर पान का इस्तेमाल काफी फायदेमंद होता है। पान में पाए जाने वाले तत्व इन उभारों को कम करने का काम करते हैं। इसके अलावा माथे पर पान के पत्ते का लेप करने से सिरदर्द दूर हो जाता है।
3. साधारण बीमारियों और चोट लगने पर
अगर आपको सर्दी है तो ऐसे में पान के पत्ते आपके लिए फायदेमंद रहेंगे। इसे शहद के साथ मिलाकर खाने से फायदा होता है। साथ ही पान में मौजूद एनालजेसिक गुण सिर दर्द में भी आराम देता है। चोट लगने पर पान का सेवन घाव को भरने में मदद करता है।
4. थकावट दूर करता है
पान के पत्तों के रस में शहद मिलाकर पीने से थकावट और कमजोरी दूर होती है। साथ ही यदि आपको जुकाम है तो पान में लौंग डालकर खाएं फायदा मिलेगा।
5. आठ हफ्तों में कम करे मोटापा
पान के पत्ते को काली मिर्च के दानों के साथ खाएं तो आठ हफ्तों में मोटापा कम होगा। काली मिर्च शरीर से मूत्र और पसीने को निकालती है। इससे शरीर से अत्यधिक पानी और गंदगी निकल जाती है।
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