गुरुवार, 31 मार्च 2016

फूलों में छिपा है सेहत का खजाना

 फूलों में छिपा है सेहत का खजाना



फूलों से भी सेहत बनाई जा सकती है। जी हां, फूल सिर्फ खुशबू देने के लिए नहीं होते, बल्कि इनमें कई प्रकार के पोषक तत्व भी मौजूद होते है। ये पोषक तत्व कई बीमारियों को शरीर से दूर रखते हैं। फूलों में फाइबर, कैल्शियम, विटामिन, प्रोटीन और मिनरल का भंडार होता है, जिनकी जरूरत शरीर को होती है। आइए हम आपको बताते है कि किस फूल में सेहत के कितने राज छिपे हैं।

गुड़हल 


 गुड़हल का फूल विटामिन सी, कैल्शियम, वसा, फाइबर, आयरन का बढ़िया स्रोत है। मुंह के छाले में गुड़हल के पते चबाने से लाभ होता है। इसके अलावा गुड़हल के फूल का प्रयोग कॉलेस्ट्रॉल, मधुमेह, हाई ब्लड प्रेशर और गले के संक्रमण जैसे रोगों के इलाज में प्रयुक्त होने वाली दवाओं में किया जाता है।

गुलाब 


सुबह अगर खाली पेट गुलाबी गुलाब की दो पखुड़ियां खा ली जाएं तो दिन भर ताजगी बनी रहती है। क्योंकि गुलाब बेहद अच्छा ब्लड प्यूरिफायर है। अस्थमा, हाई ब्लड प्रेशर, ब्रोंकाइटिस, डायरिया, कफ, फीवर, हाजमे की गड़बड़ी में गुलाब का सेवन बेहद उपयोगी होता है। आंखों की जलन और खुजली दूर करने के लिए गुलाब जल का प्रयोग किया जाता है।

कमल

 कमल के फूल फोड़े-फुंसी को दूर करते हैं।  इसकी पंखुड़ियों को खाने से मोटापा कम होता है, रक्त विकार दूर होते हैं और मन प्रसन्न रहता है। इसकी पंखुड़ियों को पीसकर चेहरे पर मलने से सुंदरता बढ़ती है। इन फूलों के पराग से मधुमक्खियां शहद बनाती हैं।

मोगरा


यह गर्मियों का एक खुशबूदार फूल है। इन फूलों को अपने पास रखने से पसीने की दुर्गंध नहीं आती है। इसकी कलियां चबाने से महिलाओं को मासिक धर्म में होने वाली परेशानी कम होती है। मोगरे के फूल मसलकर स्नान करने से त्वचा में प्राकृतिक ठंडक का एहसास होता है। जिससे दिन भर ताजगी रहती है।

गेंदा


 - घरों में गेंदे का पौधा जरूर लगाना चाहिए, क्योंकि इसके फूलों को घाव भरने का सर्वश्रेष्ठ मरहम माना जाता है। गेंदे के फूलों को तुलसी के पतों के साथ पीस कर मलहम बनाया जाता है। चर्म रोग या शरीर के किसी हिस्से में सूजन आ जाने पर इन फूलों को पीसकर पेस्ट बनाकर लगाने से फायदा होता है। गेंदे के रस से कुल्ला करने पर दांत दर्द और कान में डालने से कान का दर्द ठीक होता है। हाल ही में हुई एक रिसर्च के मुताबिक गेंदे की महक से मच्छर दूर भागते हैं।

चमेली - 


खुशबू से भरे ये फूल बेहद नाजुक होते हैं। चमेली के फूलों से बना तेल चर्म रोग, दंत रोग, घाव आदि पर गुणकारी है। चमेली के पत्ते चबाने से मुंह के छालों में तुरंत राहत मिलती है। ये त्वचा और बालों के लिए उपयोगी है, रात को पानी में भिगो दीजिए, सुबह पीस लीजिए व गुलाब जल मिला दीजिए। इसे बालों में लगाने से चमक व चेहरे पर लगाने से त्वचा में निखार आता है।


बुधवार, 30 मार्च 2016

कच्चा पपीता खाएं, इम्यून सिस्टम रहेगा मजबूत



हमारे शरीर में जो भी बीमारियां होती है, उसका मुख्य कारण होता है शरीर का कमजोर इम्यून सिस्टम। इम्यून सिस्टम के कमजोर होने का मतलब है कि शरीर की रोगों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता का घटना। शरीर की प्रतिरोधक क्षमता उसको मिलने वाले पोषक तत्वों पर निर्भर करती है। कच्चा पपीता और उसके बीज में बहुत सारा विटामिन ‘ए’, ‘सी’ और ‘ई’ होता है, जो कि शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। कच्चा पपीता सर्दी और जुखाम में भी फायदा करता है। यह शरीर में बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकता है। पपीते का रस अरूचि, अनिद्रा, सिर दर्द आदि रोगों को ठीक करता है। यह कब्ज से छुटकारा भी दिलाता है। पेप्सिन नामक तत्व पके हुए पपीते के बजाए कच्चे पपीते में होता है, इससे पेट की कब्ज दूर होती है। इसके अलावा और भी कई तरीके हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत कर सकते हैं।

जिंक युक्त खाद्य पदार्थ लें

 जिंक ऐसा मिनरल है जो एंटीबॉडीज, टी-सेल्स व सफेद रक्त कणों में बढ़ोत्तरी कर इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। एक शोध के अनुसार, जिंक की कमी होने पर शरीर बैक्टीरिया, वायरस व परजीवी द्वारा किए गए आक्रमणों से आपका बचाव नहीं कर पाता है। अमेरिकन नैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के विशेषज्ञ डॉ. नोवेरा के अनुसार, जिंक उम्र के साथ होने वाले इम्यून सिस्टम की कमजोर होने की प्रक्रिया को धीमा करता है। योगर्ट, कद्दू के बीज में जिंक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होता है।

 खूब पिएं पानी

 प्रचुर मात्रा में पानी का सेवन किडनी की कार्यप्रणाली को चुस्त-दुरस्त रखने और शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने के लिए बहुत जरूरी होता है। इससे इम्यून सिस्टम में मजबूती आती है।

नींद पूरी लें

साल 2001 में पब्लिश स्लीप स्टडी के जर्नल सेमिनार्स के क्लीनिकल न्यूरोसाइकाइट्री के लेखकों के अनुसार आपके शरीर और मस्तिष्क के ठीक ढंग से काम करने के लिए 6-8 घंटे की नींद बहुत जरूरी है। अगर आप पर्याप्त नींद नहीं लेते तो इम्यून तंत्र कमजोर हो जाता है। इसलिए पूरी नींद लें।

पौष्टिक भोजन लें

 शरीर को स्वस्थ रखने के लिए स्वस्थ भोजन बहुत जरूरी है। इम्युनिटी को बेहतर बनाने में संपूर्ण और संतुलित आहार लें।  गहरे रंग की सब्जियों को इस्तेमाल ज्यादा करें।

तनाव कम लें

छोटी-छोटी बात पर तनाव न लें। तनाव अप्रत्यक्ष रूप से इम्यून सिस्टम को प्रभावित करता है। तनाव से पाचन तंत्र प्रभावित होने के कारण इम्यून सिस्टम कमजोर होने लगता है।

मोटापा कम करें

यूनिवर्सिटी ऑफ नार्थ कैरोलिना चैपल हिल स्कूल ऑफ़ मेडिसिन में हुए शोध के अनुसार, मोटापा प्रतिरक्षा प्रणाली के कार्य के बीच बाधा उत्पन्न करता है, जिससे संक्रमण का जोखिम बढ़ जाता है। इसलिए अपनी इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए सबसे पहले अपने मोटापे को कम करें।

शनिवार, 26 मार्च 2016

युवाओं में मोटापा बढ़ना दिल के लिए खतरनाक





यदि आपकी उम्र 20 से 35 के बीच है और आप का वजन बढ़ रहा है तो सावधान हो जाइए। हाल ही में दिल की बीमारी पर की गई एक रिसर्च में पाया गया है कि अब ऐसे मोटे युवा दिल की बीमारी का शिकार हो रहे हैं, जो धूम्रपान करते हैं। साथ ही डायबिटीज और हाई ब्लडप्रेशर से ग्रस्त हैं। मुख्य शोधकर्ता एवं क्लीवलैंड क्लीनिक के समीर कपाड़िया के मुताबिक दिल की बीमारी से बचने के लिए हमें अपनी दिनचर्या में सुधार करना होगा। पिछले दो दशकों में भारत में बैड लाइफस्टाइल, तनाव, एक्सरसाइज ना करने और बैड फूड हैबिट्स की वजह से लोगों को दिल की गंभीर बीमारियां होने लगी है।

ये लक्षण बताएंगे दिल की बीमारी है या नहीं

पेट में दर्द- दिल संबंधी कोई भी गंभीर समस्या होने से पहले कुछ लोगों को मितली आना, हृदय में जलन, पेट में दर्द होना या फिर पाचन संबंधी दिक्कतें आने लगती हैं।
हाथ में दर्द होना- कई बार दिल के रोगी को छाती और बाएं कंधे में दर्द की शिकायत होने लगती है। ये दर्द धीरे-धीरे हाथों की तरफ नीचे की ओर जाने लगता हैं।
कई दिनों तक कफ होना- यदि आपको काफी दिनों से खांसी-जुकाम हो रहा है और थूक सफेद या गुलाबी रंग का हो रहा है तो ये हार्ट फेल का एक लक्षण है।
पसीना आना- सामान्य से अधिक पसीना आना खासतौर पर तब जब आप कोई शारीरिक क्रिया नहीं कर रहे तो ये आपके लिए एक चेतावनी हो सकती है।
पैरों में सूजन- पैरों में, तलवों में सूजन आने का मतलब ये भी हो सकता है कि आपके हार्ट में ब्लड का सरकुलेशन ठीक से नहीं हो रहा।

इनका इस्तेमाल करें तो दूर रहेगी दिल की बीमारी

खाने में सरसों के तेल का नियमित इस्तेमाल करें।
कच्चा लहसुन रोज सुबह खाली पेट छील कर खाएं।
सेब का जूस और आंवले का मुरब्बा खाएं। 
एक चम्मच शहद प्रतिदिन लें, दिल को मजबूती मिलेगी।
रोज 50 ग्राम कच्चा ग्वारपाठा खाली पेट खाने से भी कोलेस्ट्रॉल कम हो जाता है।
लौकी उबालकर उसमें धनिया, जीरा व हल्दी मिलाकर खाएं।
अनार के रस में मिश्री मिलाकर हर रोज सुबह-शाम पीने से दिल मजबूत होता है।
बादाम खाने से दिल सेहतमंद रहता है क्योंकि इसमें विटामिन और फाइबर भरपूर मात्रा में होता है।

गुरुवार, 24 मार्च 2016

डायबिटीज है तो पिएं खरबूजे का रस



यदि आपको डायबिटीज है तो खरबूजे का रस पिएं आपको लाभ मिलेगा। यह ब्लड में शुगर लेवल को निंयत्रित करता है। डायबिटीज के रोगियों के लिए खरबूजा एक औषधि की तरह काम करता है। इसके अलावा खरबूजे में प्रोटिन, कैल्शियम, मैग्नेशियम, पौटेशियम, क्लोरिन, सोडियम व सल्फर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। यदि आप पूरी गर्मी नियम से रोज एक खरबूजा खाएंगे तो आप में मैकुलर डीजेनेरेशन का खतरा 36 प्रतिशत तक कम हो जाएगा।  मैकुलर डीजेनेरेशन ढलती उम्र के साथ होने वाली समस्या है, जिससे आंखों की रोशनी भी जा सकती है। खरबूजा उच्च बीटा-कैरोटेन  उपलब्ध कराता है, जोकि मैकुलर डीजेनेरेशन को खत्म करने के लिए जरूरी है।


खरबूजा खाने के दस लाभ

- नियमित रूप से खरबूजे का सेवन करने वालों की किडनी स्वस्थ बनी रहती है। यह एंटी ऑक्सीडेंट के रूप में विटामिन का अच्छा स्रोत है।
- खरबूजा लंग कैंसर से हमारे शरीर की रक्षा करने में मदद कर सकता है। इसमें मौजूद विटामिन सी और बिटा- कैरोटेन मिलकर कैंसर रोकने में सहायक हैं।
- इसमें मौजूद पानी की ज्यादा मात्रा शरीर में पानी की कमी की भरपाई करता है। इसी वजह से हमारा शरीर गर्मियों में पसीने के रूप में शरीर से निकले पानी के भरपाई तुरंत कर लेता है।
- वजन कम करने के लिए भी खरबूजा बहुत अनुकूल फल है, क्योंकि इसमें काफी मात्रा कैलोरी या शुगर मौजूद होती है। जोकि वजन कम करने के लिए जरूरी है।
- इसके गूदे में मौजूद नारंगी रंग के रेशे या फाइबर काफी मुलायम होते हैं, जिन्हें कब्जियत की शिकायत रहती है, वे खरबूजा खाएं, तो उन्हें फायदा होगा।
-  डायबिटीज के रोगियों के लिए भी खरबूजा एक औषधि की तरह काम करता है। डायबिटीज से पीड़ित लोगों को खरबूजे का जूस पीना चाहिए। 
- खरबूजा विटामिन बीटा-कारोटीन के रूप में विटामिन ए उपलब्ध कराता है, जो आंखों के लिए विशेष लाभप्रद होता है।
- पुरानी खाज में खरबूजे का रस लाभदायक है। अगर आप लगातार खरबूजा खाएंगे तो त्वचा में रुखापन नहीं आएगा।
- खरबूजे में एडेनोसीन नामक एंटीकोएगुलेंट पाया जाता है, जो रक्त कोशिओं को जमने से रोकता है। रक्त कोशिकाओं के जमने से ही दिल की बीमारी होती है।
-  खरबूजा में विटामिन बी पाया जाता है। विटामिन बी शरीर में ऊर्जा के निर्माण में सहायक होता है।
-  अगर खरबूजे में नींबू मिलाकर इसका सेवन किया जाए तो इससे गठिया की बीमारी भी ठीक हो सकती है।
- आप अक्सर तनाव में रहते हैं तो गर्मियों में खरबूजा खाना न भूलें। क्योंकि खरबूजे में भरपूर मात्रा में पोटेशियम पाया जाता है।